रविवार, 3 जुलाई 2011

जापानी पाठ - ढाबे में - भाग 3

* हम खा सकते हैं क्या?
- ताबेतो मो ई देसुका

* हमने टेबल बुक नहीं कराई थी
- वाताशी वा योयाकु शिमासेन देसिता

* बुकिंग के बिना प्रतीक्षा लम्बी है
- योयाकु गा नाइतो माची जिकान गा नगाई देसु

* क्या हम नाश्ता कर सकते हैं?
- असा गोहान वो ताबेते मो योइ देसुका?

* मैं शाकाहारी हूँ
- वाताशी वा बेजीतेरियन देसु

* मैं मांस नहीं खाता
- वाताशी वा निकु ओ ताबे मासेन

* मैं मछली नहीं खाता
- वाताशी वा सकाना ओ ताबे मासेन

* मैं जलचर नहीं खाता
- वाताशी वा शीहूदो ओ ताबे मासेन

* मैं अंडे नहीं खाता
- वाताशी वा तमागो ओ ताबे मासेन

* क्या आप दुग्ध-उत्पाद खाते हैं?
- अनता वा न्यू/मिळुकु सेइहिन ओ ताबे मासु का
?

* हाँ, मैं दुग्ध-उत्पाद खाता हूँ
- वाताशी वा सेइहिन ओ ताबे मासेन

सोमवार, 13 जून 2011

जापानी पाठ - ढाबे में - भाग 2

ढाबे में - भाग 1 में हमने भोजन सम्बन्धी कई नये शब्द सीखे। आइये एक वार्तालाप के द्वारा उनके वाक्य प्रयोग देखें।

* क्या पास में कोई भारतीय ढाबा है?
- चिकाकु नी इन्दो र्यूरी नो रेसुतोराँ वा अरि मासु का?

* क्षमा कीजिये, मुझे पता नहीं।
- सुई मा सेन। शिरि मा सेन।

* वहाँ एक जापानी ढाबा है।
- सोको नि निहॉन र्यूरी तेन गा अरिमासु।

* धन्यवाद, हम वहाँ जायेंगे।
- अरिगात्तो गोज़ाइमासु! सोको नि इकि मासु।

* यही स्थल है।
- कोरेगा सोनो बस्यो देसु।

* स्वागत है!
- योकोसो!

* क्या आपका आरक्षण है?
- योयाकु वा अरि मासु का?

* नहीं, मैंने टेबल बुक नहीं कराई थी।
- ईये, वताशि वा योयाकु शिमासेन।

[शेष अगले अंक में]

बुधवार, 18 मई 2011

जापानी पाठ - ढाबे में - भाग 1

भोज्य पदार्थ - ताबे मोनो
पक्वान्न - र्यूरी
दुग्ध - न्यू, मिडुकु
भोजन करना - स्योकूजी
शाकाहारी भोजन - बेजीतेरियन / नो ताबे मोनो / शोजिन र्योरी
शाकाहारी व्यक्ति - बेजीतेरियन, साई शोक शूगी शा
मांसाहारी व्यक्ति - ही बेजीतेरियन
भारतीय भोजन - इन्दो र्यूरी
जापानी भोजन - निहोन र्यूरी


शनिवार, 16 अप्रैल 2011

कुछ वाक्य परिचय के - जापानी में

तिरंगा टोक्यो में 
प्रश्नवाचक शब्द
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क्या? - नान
कब? - इत्सु
कहाँ? - दोको
कौन? - दारे
क्यों? - नाज़े
कितना? - इकुरा
है? - देसुका?
क्या है? - नान देसुका?


वार्ता
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आप कौन हैं? - अनता वा दारे देसु का

मैं अनुराग हूँ - वताशि वा अनुराग देसु

आपका नाम क्या है? - (अनता नो) नमाए वा नान देसु का

मेरा नाम अनुराग है - वताशि नो नमाए वा अनुराग देसु

आप कैसे हैं? - गेंकि देसु का?

मैं ठीक हूँ - गेंकि देसु

मैं भारत से आया हूँ - इन्दो करा किमाशिता

मिलकर प्रसन्नता हुई - हजिमेमशिते

क्या आप जापानी समझते हैं? - निहोंगो वकारिमसु का?

मैं नहीं समझता - वकारिमासेन

आप कितने बडे हैं? - अनता वा इकुत्सु देसु का?

मैं 111 वर्ष का हूँ - वताशि ह्याकु ज्युइचि देसु

होटल कहाँ है? - होटेलु वा देसु का?

गुरुवार, 17 मार्च 2011

तोषोकान्दे - पुस्तकालय में

तोषोकान = पुस्तकालय
किज़ोकुइन तोषोकान = राज्यसभा पुस्तकालय
सुमिमासेन = क्षमा कीजिये।
कोरे वा नान देसुका? = यह क्या है?
कोरे वा हॉन देसु = यह पुस्तक है।
दोउमो = धन्यवाद!
दोउमो अरिगात्तो गोज़ाइमाशिता = बहुत-बहुत (विनम्र) धन्यवाद

रविवार, 13 मार्च 2011

हमारी सम्वेदनायें!

भयंकर भूकम्प, त्सुनामी और उसके बाद अब नाभिकीय सन्यंत्रों से विकिरण का खतरा। नागरिकों के सामने आयी इन बडी समस्याओं का सामना करने के लिये जापान ही नहीं सारा विश्व तैयार है। जापान के प्रधानमंत्री नाओतो कान ने देश के मौजूदा हालात को दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा संकट बताया है। ईश्वर इस प्राकृतिक आपदा के हज़ारों मृतकों की आत्मा को शांति दे।

हमारी सम्वेदनायें!


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आज का शब्द
भूकंप = ज़िशीन
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मंगलवार, 1 मार्च 2011

योकोसो जापान! स्वागत है श्रीमान [पाठ 1]

घर बैठे जापानी सीखिये

जापानी टीवी पर मौसम समाचार
कुन्निचिवा!

हिन्दी से जापानी सीखने के मेरे इस व्यक्तिगत प्रयास में आपका स्वागत है। वैसे भी बहुत दिनों से किसी नई भाषा पर हाथ साफ नहीं किया था। सोचा कि जापानी ही सीख लेते हैं। जितना सीखते जायेंगे उसके नोट्स बनाकर यहाँ रखते जायेंगे।  सम्भव हुआ तो उच्चारण सहायता के लिये ऑडिओ भी रखेंगे।



आज के पाठ में हम ऐसे कुछ शब्द जानेंगे जिन्हें आप स्वतंत्र रूप से प्रयोग कर सकते हैं।   

नमस्ते = कुन्निचिवा
शुभ प्रभात = ओहायो
स्वागत = योकोसो (सर्वमान्य शब्द);
स्वागत = इरासाइमासे (दुकानदार द्वारा ग्राहक के स्वागत के लिये प्रयुक्त)
हाँ = हाइ
न = आइ
जापानी (भाषा) = निहोंगो
अरिगात्तो = धन्यवाद
प्राचीन भारत = तेन्जिकु (स्वर्ग का केन्द्र)
भारत = इन्दो
शाकाहारी भोजन = शोजिन र्योरी

और अब आज के लिये भारत में जापानी भाषा का सबसे प्रचलित शब्द, सायोनारा (विदा) अगले पाठ तक!