रविवार, 13 मार्च 2011

हमारी सम्वेदनायें!

भयंकर भूकम्प, त्सुनामी और उसके बाद अब नाभिकीय सन्यंत्रों से विकिरण का खतरा। नागरिकों के सामने आयी इन बडी समस्याओं का सामना करने के लिये जापान ही नहीं सारा विश्व तैयार है। जापान के प्रधानमंत्री नाओतो कान ने देश के मौजूदा हालात को दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा संकट बताया है। ईश्वर इस प्राकृतिक आपदा के हज़ारों मृतकों की आत्मा को शांति दे।

हमारी सम्वेदनायें!


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आज का शब्द
भूकंप = ज़िशीन
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