गुरुवार, 17 मार्च 2011

तोषोकान्दे - पुस्तकालय में

तोषोकान = पुस्तकालय
किज़ोकुइन तोषोकान = राज्यसभा पुस्तकालय
सुमिमासेन = क्षमा कीजिये।
कोरे वा नान देसुका? = यह क्या है?
कोरे वा हॉन देसु = यह पुस्तक है।
दोउमो = धन्यवाद!
दोउमो अरिगात्तो गोज़ाइमाशिता = बहुत-बहुत (विनम्र) धन्यवाद

5 टिप्‍पणियां:

  1. फिलहाल तो केवल भाषा। जापानी में स्क्रिप्ट की समस्या काफी जटिल है। कांजी, काताकाना, हिरागाना, रोमांजी - इतनी लिपियाँ, और अधिकांश अति जटिल। सो, लिपियों का सन्दर्भ कुछेक पोस्ट्स में दिया जा सकता है परंतु इस ब्लॉग का प्रमुख उद्देश्य भाषा/वाक ही है।

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  2. दोउमो अरिगात्तो गोज़ाइमाशिता ....

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  3. अनुराग जी आपका यह काम बहुत सराहनीय है। । अगर समय मिले तो जापानी काव्य विधा हाइकु और ताँका का भी अवलोकन कीजिएगा । आज हिन्दी हाइकु पर माँ से सम्बन्धित हाइकु की पोस्टिंग की गई है आपका रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
    ईमेल-rdkamboj@gmail.com
    हिन्दी हाइकु-http://hindihaiku.wordpress.com/

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  4. आपका ये ब्लॉग बहुत ही अच्छा ही इससे में शायद थोड़ा तो जापानी सिख ही सकता हु
    Thank you anurag ji

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