गुरुवार, 17 मार्च 2011

तोषोकान्दे - पुस्तकालय में

तोषोकान = पुस्तकालय
किज़ोकुइन तोषोकान = राज्यसभा पुस्तकालय
सुमिमासेन = क्षमा कीजिये।
कोरे वा नान देसुका? = यह क्या है?
कोरे वा हॉन देसु = यह पुस्तक है।
दोउमो = धन्यवाद!
दोउमो अरिगात्तो गोज़ाइमाशिता = बहुत-बहुत (विनम्र) धन्यवाद

रविवार, 13 मार्च 2011

हमारी सम्वेदनायें!

भयंकर भूकम्प, त्सुनामी और उसके बाद अब नाभिकीय सन्यंत्रों से विकिरण का खतरा। नागरिकों के सामने आयी इन बडी समस्याओं का सामना करने के लिये जापान ही नहीं सारा विश्व तैयार है। जापान के प्रधानमंत्री नाओतो कान ने देश के मौजूदा हालात को दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा संकट बताया है। ईश्वर इस प्राकृतिक आपदा के हज़ारों मृतकों की आत्मा को शांति दे।

हमारी सम्वेदनायें!


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आज का शब्द
भूकंप = ज़िशीन
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मंगलवार, 1 मार्च 2011

योकोसो जापान! स्वागत है श्रीमान [पाठ 1]

घर बैठे जापानी सीखिये

जापानी टीवी पर मौसम समाचार
कुन्निचिवा!

हिन्दी से जापानी सीखने के मेरे इस व्यक्तिगत प्रयास में आपका स्वागत है। वैसे भी बहुत दिनों से किसी नई भाषा पर हाथ साफ नहीं किया था। सोचा कि जापानी ही सीख लेते हैं। जितना सीखते जायेंगे उसके नोट्स बनाकर यहाँ रखते जायेंगे।  सम्भव हुआ तो उच्चारण सहायता के लिये ऑडिओ भी रखेंगे।



आज के पाठ में हम ऐसे कुछ शब्द जानेंगे जिन्हें आप स्वतंत्र रूप से प्रयोग कर सकते हैं।   

नमस्ते = कुन्निचिवा
शुभ प्रभात = ओहायो
स्वागत = योकोसो (सर्वमान्य शब्द);
स्वागत = इरासाइमासे (दुकानदार द्वारा ग्राहक के स्वागत के लिये प्रयुक्त)
हाँ = हाइ
न = आइ
जापानी (भाषा) = निहोंगो
अरिगात्तो = धन्यवाद
प्राचीन भारत = तेन्जिकु (स्वर्ग का केन्द्र)
भारत = इन्दो
शाकाहारी भोजन = शोजिन र्योरी

और अब आज के लिये भारत में जापानी भाषा का सबसे प्रचलित शब्द, सायोनारा (विदा) अगले पाठ तक!